कंडोम को लेकर हमेशा यही कहा जाता है कि यह सबसे अच्छा कॉन्ट्रासेप्टिव ऑप्शन है, लेकिन क्या आपको पता है कि कंडोम के कुछ नुकसान भी होते हैं? इसे लेकर कुछ फैक्ट्स बता रही हैं डॉक्टर गरिमा श्रीवास्तव।
जहां भी बात कॉन्ट्रासेप्शन की आती है वहां सबसे ज्यादा कंडोम का नाम ही होता है। पूरी दुनिया में अनचाही प्रेग्नेंसी रोकने और STI से बचाने के लिए कंडोम का इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर्स का भी यही कहना है कि कंडोम सबसे बेस्ट कॉन्ट्रासेप्टिव ऑप्शन है। कुछ हद तक ये फैक्ट सही भी है, पर क्या आपको पता है कि कंडोम के कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। जी हां, ये पूरी तरह से सक्सेसफुल नहीं है, यह फैक्ट तो शायद जगजाहिर है, लेकिन इसके अलावा भी कुछ ऐसी बातें हैं जो कंडोम को बेस्ट नहीं बनातीं।
लैप सर्जन और गायनेकोलॉजिस्ट डॉक्टर गरिमा श्रीवास्तव एमडी (MRCOG (UK)) ने इंस्टाग्राम पर इससे जुड़ी जानकारी शेयर की है। उन्होंने ये बताया है कि आखिर कंडोम का इस्तेमाल कितना सही है और इससे जुड़े साइड इफेक्ट्स क्या हैं।
कंडोम इस्तेमाल करने के तीन साइड इफेक्ट्स
कंडोम से वैसे तो 97% सक्सेस रेट मिल सकता है, लेकिन एक रिसर्च मानती है कि इसका सक्सेस रेट इससे भी कम है। ऐसा इसलिए क्योंकि कई लोग इसका सही से इस्तेमाल ही नहीं कर पाते हैं। ऐसे में कंडोम का काम नहीं हो पाती है। अगर इसके साइड इफेक्ट्स की बात करें तो वो ये होंगे…
1. लेटेक्स एलर्जी
आपको शायद इसके बारे में पता ना हो, लेकिन कई लोगों को लेटेक्स से एलर्जी होती है। लेटेक्स वो सब्सटेंस होता है जिससे दुनिया भर में कंडोम बनाए जाते हैं। ये एलर्जी काफी कॉमन है और गायनेकोलॉजिस्ट्स के पास आए दिन इस तरह के केस आते रहते हैं। हालांकि, अब लेटेक्स एलर्जी से पीड़ित लोगों के लिए अन्य मटेरियल के बने कंडोम आने लगे हैं जैसे पॉल्युरेथेन कंडोम (polyurethane condoms) या फिर लैम्ब स्किन कंडोम (मेमने की खाल से बने कंडोम), लेकिन ये काफी महंगे होते हैं और रेगुलर कंडोम की तरह आसानी से नहीं मिलते हैं। (महिलाएं अक्सर डॉक्टर से नहीं पूछ पातीं ये सवाल)
2. सेक्सुअल प्लेजर में कमी
कंडोम के इस्तेमाल से सेक्सुअल सेंसिटिविटी कम महसूस होती है। हालांकि, ये कोई साइंटिफिक फैक्ट नहीं है। फिर भी कई लोग इसकी शिकायत करते हैं। ऐसे कपल्स जो कंडोम के साथ-साथ अन्य कॉन्ट्रासेप्टिव तरीक भी इस्तेमाल करते हैं उन्हें कंडोम थोड़ा झंझट भरा लग सकता है। कुछ कपल्स की शिकायत होती है कि लेटेक्स कंडोम असल में सेक्सुअल प्लेजर को कम कर सकता है।
3. ऑयल बेस्ट ल्यूब्रिकेंट्स के साथ नहीं कर सकते इस्तेमाल
ये शायद कंडोम की सबसे बड़ी खामी कही जाएगी। ऑयल बेस्ट ल्यूब्रिकेंट्स जैसे वैसलीन, ऑयल, कुछ तरह के जेल आदि कंडोम के साथ इस्तेमाल नहीं किए जा सकते हैं। कई मामलों में महिलाओं को नेचुरल ल्यूब्रिकेशन की कमी महसूस होती है। ऐसे में अगर ऑयल बेस्ट ल्यूब्रिकेंट्स यूज कर लिए जाएं, तो इससे फ्रिक्शन पैदा हो सकता है। ये कंडोम के स्लिप होने का कारण बन सकते हैं। साथ ही, तेल की वजह से फट भी सकता है। ऐसे में कई बार महिलाओं के लिए दिक्कत पैदा हो सकती है।
कंडोम के साथ ज्यादा फ्रिक्शन की समस्या हमेशा रहती है। अगर कभी इंटरकोर्स के दौरान ज्यादा फ्रिक्शन हुआ, तो ये फट सकते हैं। अगर ऐसी कोई समस्या लग रही है, तो बेहतर होगा कि आप डॉक्टर से कॉन्ट्रासेप्टिव तरीकों के बारे में पूछें। आपकी मेडिकल हिस्ट्री और सेक्सुअल लाइफ के आधार पर डॉक्टर आपको सही गाइडेंस दे सकते हैं।
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